अमित शाह बोले, असम और अरुणाचल के बीच सीमा विवाद अगले साल तक सुलझा लिया जाएगा

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
ईटानगर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को अरुणाचल प्रदेश पहुंचे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह तिरप जिले के देवमाली के नरोत्तमनगर स्थित रामकृष्ण मिशन स्कूल के ‘स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेते हुए कहा कि, असम, अरुणाचल के बीच सीमा विवाद अगले साल तक सुलझा लिया जाएगा। बोडोलैंड की समस्या का समाधान हो गया। अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच सीमा संबंधी 60ः मुद्दों को सुलझा लिया गया है। सभी 8 राज्यों को विकसित करना है हमारा उद्देश्य। 2014-2022 के दौरान, पीएम मोदी ने उत्तर पूर्व और दिल्ली के बीच मतभेदों को समाप्त कर दिया है। पूर्वोत्तर की भाषाओं की किसी ने परवाह नहीं की लेकिन पीएम ने उन्हें महत्व दिया। बता दें कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को अरुणाचल प्रदेश पहुंचे जहां राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उनके उप मुख्यमंत्री चोना मीन और पार्टी के अन्य नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। गृह मंत्री कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार आज दोपहर बाद शाह लोहित जिले के वाकरो के निकट प्रसिद्ध तीर्थ स्थल परशुराम कुंड में भगवान परशुराम की 51 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा का शिलान्यास करेंगे। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले शाह असम के डिब्रूगढ़ के मोहनबाड़ी पहुंचे जहां से उन्होंने देवमाली पहुंचने के लिए एक विशेष हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। रविवार को शाह नमसाई में ‘सुरक्षा और विकास समीक्षा बैठक में भाग लेंगे और सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), असम राइफल्स, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के अधिकारियों एवं कर्मियों के साथ बातचीत करेंगे। वह सामाजिक संगठनों से भी मुलाकात करेंगे और नामसाई स्थित बहुउद्देश्यीय सांस्कृतिक हॉल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे, जहां वह 22 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। साथ ही अरुणाचल प्रदेश में 25 अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। शाह नामसाई के गोल्डन पैगोडा में भी प्रार्थना करेंगे, जिसे ताई-खामती भाषा में ‘कोंगमु खाम’ के नाम से भी जाना जाता है। यह बर्मी शैली का बौद्ध मंदिर है जिसे 2010 में श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था।