मिर्जापुर : शास्त्री सेतु की मरम्मत का कार्य अब तक शुरू न होने पर उठे सवाल

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
मिर्ज़ापुर । मिर्ज़ापुर -औराई मार्ग पर स्थित शास्त्री सेतु की मरम्मत का कार्य अब तक शुरू न होने पर सवाल उठ रहें हैं। सेतु निगम ने पुल की मरम्मत के लिए शासन को आठ करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। सेतु की जर्जर स्थिति को देखते हुए इस पर बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
शास्त्री सेतु से मध्यप्रदेश सहित प्रयागराज, सोनभद्र, मीरजापुर आदि स्थानों के लिए वाहनों का गमनागमन होता है। पूर्वांचल के भदोही, जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ, वाराणसी, चंदौली, गोरखपुर आदि स्थानों के लिए गिट्टी, बालू सहित अन्य सामान लेकर वाहन आते- जाते रहें हैं।
पिछले दो साल से पुल को जर्जर घोषित किए जाने के बाद से बड़े वाहनों के आवागमन पर पाबंदी लगा दी गई। सेतु निगम की ओर से पुल मरम्मत के लिए करीब आठ करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। इसमें सरकार की ओर से सात करोड़ 48 लाख रुपये जारी करने का आश्वासन दिया गया। पुल की मरम्मत के लिए मुंबई की आर एंड एम कंपनी को टेंडर दिया गया।
कंपनी ने जून के पहले सप्ताह में ही कार्य शुरू कराने का दावा किया था लेकिन आज तक कार्य शुरू नहीं हो पाया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने भी कहा था कि एक सप्ताह में पुल मरम्मत का कार्य शुरू होगा, लेकिन दो सप्ताह से अधिक का समय गुजर चुका है, फिर भी अभी तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ।
पुल की मरम्मत का कार्य शुरू न होने पाने के पीछे बजट को मंजूरी न मिल पाना है। अभी तक मात्र दो लाख रुपये का बजट मिला है। जिसके चलते पुल मरम्मत का कार्य करने में दे रही है। पुल की मरम्मत न होने के कारण बड़े वाहनों को प्रयागराज या वाराणसी के रामनगर से होकर पूर्वांचल के जिलों में जाना पड़ रहा है। इससे वाहनों चालकों को आर्थिक बोझ भी उठाना पड़ रहा है।