राजस्थान

समय से पूर्व उपस्थित कार्मिको को नोटिस के साथ आधे दिन का अवकाश काटना बर्दास्त योग्य नही -गहलोत

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

सिरोही (राजस्थान) : आबुरोड क्षेत्र के राजकीय माध्यमिक विद्यालय गांधीनगर-आबुरोड का मामला पहली बार देखने एवं सुनने आया हैं कि विद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओ को समय से पूर्व प्रातः 9.55 बजे उपस्थिति के बावजूद 03 पॉवर के डीडीओ द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर उपस्थिति पंजिका में किये गये हस्ताक्षरों को कांट-छांट कर आधे दिन के आकस्मिक अवकाश काटने पर राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने जिला कलेक्टर डॉ.भंवरलाल एवं सीडीईओ सिरोही भंवरसिंह के समक्ष कडी नाराजगी व्यक्त कर प्रधानाध्यापक रामावि तरतौली के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही कर बेवजह दिये गये नोटिस एवं आधे दिन के अवकाश को अपास्त कर प्रशासनिक अधिकारी से निष्पक्ष जांच की मांग की।

संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने जिला कलेक्टर एवं सीडीईओ के समक्ष नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानाध्यापक रामावि तरतौली के पास रामावि गांधीनगर-आबुरोड का 03 आहरण वितरण अधिकारी का चार्ज हैं। आहरण वितरण अधिकारी होने के नाते यह विद्यालय स्वयं के अधिकार क्षेत्र में होने से विद्यालय की व्यवस्था देखने का अधिकारी हैं। निरीक्षण के नाम समय से पूर्व उपस्थित समस्त कार्मिकों को नियम कानून कायदे ताक में रखकर अकारण कारण बताओ नोटिस देने का अधिकार उनके क्षेत्राधिकार में नहीं हैं। इसके बावजूद नोटिस में कर्त्तव्य के प्रति उन्मुखता/लापरवाही परिलक्षित/विरूद्ध कार्यवाही/स्पष्टीकरण जैसे शब्दों का प्रयोग नोटिस में करना शिक्षकों एवं महिला शिक्षिकाओं को प्रताडना की श्रेणी में आता हैं।

बडे दुर्भाग्य की बात हैं कि निरीक्षण के नाम दिनांक 11 फरवरी 2022 को विद्यालय समय से पूर्व विद्यालय में उपस्थित होने वाले कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर कर्मचारियों के हस्ताक्षर को काटकर जबरन लगाये गये आधे दिन के आकस्मिक अवकाश शिक्षा विभाग के लिए बडे शर्म की बात हैं। जबकि विद्यालयों का समय प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक का हैं। ऐसा प्रतित होता हैं नियम कानून कायदे आबुरोड क्षेत्र ताक में रखे जा रहे हैं। जिससे शिक्षको की सेवा सुरक्षा खतरे में है एवं महिला शिक्षिकाओ को नोटिस देकर दबाव में लेना एवं जबरन कर्मचारियों के किये गये हस्ताक्षरों पर कांट-छांट कर आधे दिन के आकस्मिक अवकाश अंकित करना किसी अनहोनी की ओर इशारा करता हैं।

कांट-छांटकर आधे दिन का आकस्मिक अवकाश लगाना आहरण वितरण अधिकारी की मानसिकता एवं पद की गरिमा के प्रतिकूल आचरण को बया करता हैं। आहरण वितरण अधिकारी को नियमों में न तो नोटिस देने का अधिकार हैं और न ही इस तरह से कर्मचारियों को अनावश्यक परेशान करन का अधिकार हैं। नोटिस सहित समस्त कार्यवाही प्रधानाचार्य कम पीईईओ सांतपुर अथवा इनसे उच्चाधिकारी ही करने के लिए अधिकृत हैं। इस प्रकरण में आहरण वितरण अधिकारी गांधीनगर-आबुरोड द्वारा निरीक्षण के नाम बेवजह एवं अनाधिकृत दिये गये कारण बताओ नोटिस जारी कर कर्मचारियों के हस्ताक्षर को काटकर जबरन लगाये गये आधे दिन के आकस्मिक अवकाश काटने पर डीडीओ के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही करवाकर बेवजह दिये गये नोटिस एवं आधे दिन के अवकाश को अपास्त करने की मांग की। प्रतिनिधि मण्डल में सभा अध्यक्ष भगवत सिंह विरोली जिलाध्यक्ष देवेश खत्री सिरोही उपशाखा अध्यक्ष इंदर मल खंडेलवाल उपस्थित थे।

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