कला-साहित्य

जीवन है महासंग्राम

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

जीवन है महासंग्राम,

तू हिम्मत न हार।

बन शैल सा अटल,

तू पथ से न भटक।।

साध दे अर्जुन सा लक्ष्य,

लक्ष्य रह जाए हतप्रभ।

चीर दे सागर का सीना,

जब भी रोके तेरा रस्ता।।

आपदा से क्या घबराना,

विपदा को सबक बनाना।

तूफान कैसा भी आए,

डटकर करना सामना।।

जीवन है महासंग्राम,

तू हार न स्वीकार।

पथ पर चलता चल, जब-

तक न हो सपना साकार।।

प्रियंका त्रिपाठी ‘पांडेय’

प्रयागराज उत्तर प्रदेश

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