तमिल नाडु

तमिलनाडुः वाहन चेकिंग के दौरान दो हिस्ट्रीशीटरों ने पुलिस एसआई पर किया हमला, जवाबी कार्रवाई में दोनों ढेर

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

चेन्नई : चेन्नई के बाहरी इलाके में सोमवार देर रात वाहन की जांच के दौरान एक पुलिस उपनिरीक्षक (एसआई) पर हमला करने वाले दो युवक पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारे गए। इन दोनों युवकों का कथित रूप से पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि दोनों के पास छुरे थे और उन्होंने देर रात करीब साढ़े तीन बजे गुडुवनचेरी के पास एसआई को घायल कर उसे जान से मारने की कोशिश की। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘एसआई उसके सिर को निशाना बनाकर किए जाने वाले घातक हमले से बच गया और उसने उनमें से एक युवक पर गोली चला दी।
वाहनों की जांच कर रहे दल में शामिल पुलिस अधीक्षक मुरुगेसन अपने सहकर्मी की मदद के लिए पहुंचे और उन्होंने दूसरे व्यक्ति पर गोली चला दी। पुलिस के मुताबिक, एसआई पर हमला करने वाले दो अन्य लोग घटनास्थल से फरार हो गए। उसने बताया कि पुलिस दोनों घायलों को चेंगलपट्टू सरकारी अस्पताल लेकर गई, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान एस विनूद उर्फ छोटा विनूद (35) और एस रमेश (32) के रूप में की गई है।
उसने बताया कि छोटा विनूद और एस रमेश आदतन अपराधी थे और उनके खिलाफ क्रमशरू 50 और 20 से अधिक मामले लंबित थे, जिनमें हत्या, हत्या की कोशिश और जबरन वसूली के मामले भी शामिल थे। अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस उपनिरीक्षक शिवगुरुनाथन को इलाज के लिए क्रोमेपेट सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, चार हमलावर ‘काले’ रंग की एक कार में सवार थे। उसने बताया कि करनाई के पास वाहनों की जांच के दौरान एसआई ने जब उनसे अपनी कार रोकने को कहा, तो उन्होंने पुलिस जीप को टक्कर मारकर अपनी कार रोकी। पुलिस ने एक बयान में बताया कि इसके बाद हमलावर अपनी कार से उतरकर अधिकारी की तरफ बढ़े और उन्होंने उनके बाएं हाथ पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
बयान के मुताबिक, यहां ओटेरी पुलिस थाने में ‘ए प्लस श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर विनूद हत्या के 10, हत्या के प्रयास के 15, डकैती के 10 और हमला करने एवं जबरन वसूली के 15 मामलों सहित 50 से अधिक मामलों में शामिल था, जबकि जबकि रमेश ‘ए श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर था। इसमें बताया गया है कि रमेश के खिलाफ 20 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे, जिनमें हत्या के पांच, हत्या के प्रयास के सात और हमले एवं जबरन वसूली आठ मामले शामिल हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उस स्थान का दौरा किया, जहां अपराधियों को गोली मारी गई थी। उन्होंने एसआई से भी घटना के बारे में सवाल-जवाब किए।

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